जम्मू - मंदिरो का शहर
जम्मू शहर जिसे देश
भर में "मंदिरों के शहर" के नाम से जाना जाता है, वो खूबसूरती का चरम
बिंदु है। यहाँ की वादियां, झरने, पहाड़
और नदियां बहुत सुंदर है, ऐसा प्रतीत होता है कि भगवान ने स्वयं आकर इसे रंगों से भर दिया हो। ये
हरे भरे वृक्ष, छम-छम बहती नदियां और ऊंचे पहाड़, हर किसी को मोहित
कर अपनी ओर खींच लेने मे सक्षम हैं।
जम्मू
केवल इसकी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए ही मशहूर नहीं है। इस प्रान्त में
पड़ने वाली अनेक ऐसी जगहे हैं जिन्हें देखने लोग देश भर से आते है।
1) कटरा- माँ वैष्णों देवी का दरबार।
इस स्थान पर देश भर
से करोड़ो लोग हर वर्ष दर्शन के लिए आते हैं। कटरा जम्मू के निकट ही एक छोटा सा शहर
है, जहाँ माँ वैष्णों
देवी बस्ती है।
मंदिर का महत्व।
Jai Mata Di |
ये मंदिर आपशम्बू
है, यानी यहाँ माता एक
दिन स्वयं ही प्रकट हो गयी थी। माता की मूर्ति यहाँ एक गुफा के भीतर है। ये गुफा
कटरा शहर से लगभग 12 km दूर है।
ऐसा मानना है कि
बहुत समय पहले माँ वैष्णों देवी यहां भैरव से लड़ते हुए पहुंची थी।
एक स्थान पर माँ के
चरणों के निशान भी मिलते हैं। और एक स्थान पर भैरव का कटा हुआ सर।
यहाँ एक नदी भी
बहती है जिसे अर्धकुवारी कहते हैं। थोड़ी और चढ़ाई के बाद एक गर्ब जून नामक गुफा आती
है जहाँ माँ वैष्णों ने छह माह विश्राम किआ था।
माता के भक्तों के
लिए ये स्थान विशेष महत्व रखता है। यहाँ लोग पाप धोने से लेकर, मनोकामना पूरी
करवाने के लिए आते हैं।
माँ वैष्णो के दरबार कैसे पहुँचे।
जम्मू रेलवे स्टेशन
के बाहर से लोकल बस (मेटाडोर) या ऑटो रिक्शा लेकर
बस स्टैंड पहुँचे। Bus Stand से कटरा जाने वाली
बस में बैठें। यह बस आपको एक से डेढ़ घँटे तक कटरा पहुँचा देगी।
कटरा पहुंचते ही
दरबार के लिए टिकट कटवाना ज़रूरी है, वरना दर्शन के लिए मंजूरी नहीं मिलती। टिकट
कटवाने के बाद का सफर आपको पैदल तय करना
होगा। वैसे आज के इस आधुनिक और डिजिटल युग मे दर्शन एवं यात्रा करने के लिए आपको
ऑनलाइन यात्रा पर्ची लिंक से मिल सकती है जिसका प्रिंट आउट ही पर्याप्त है इस
ऑनलाइन पर्ची के बाद आपको पंक्ति मे लग कर पर्ची कटवाने कि कोई आवश्यकता नहीं है
इस ऑनलाइन पर्ची का फ़ायदा आपको सबसे ज्यादा नवरात्रि के समय होता है जहां लाखो
श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन करने आते है,
Yatra Parchi Online
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करीब 12 km की लंबी चढ़ाई के
बाद आप माता के दरबार पहुंच जाते हैं। वहाँ पहुँच कर आप शांति एवं अत्यंत
प्रसन्नता का अनुभव कर सकते हैं।
हालांकि 12 किमी की लंबाई
चढ़ाई को कम समय मे करने की भी सुविधा नीचे बाणगंगा से ही मिल जाती है जिसमे घोड़े
खच्चर आदि की सवारी, पालकी की सवारी और बैटरी की ऑटो भी शामिल है अधिकतम इन सवारियों का उपयोग
वो ही लोग करते है जिनहे पैदल चलने मे तकलीफ होती है
2) रघुनाथ मंदिर:
ये मंदिर जम्मू शहर
के बीचोबीच स्थित है। सफेद मार्बल से तराशा गया ये खूबसूरत मंदिर श्रद्धालुओं के
लिए बहुत महत्वपूर्ण है। देश भर के लोग यहाँ की आरती में शामिल होने को अपनी
खुशकिस्मत समझते हैं।
यहां पर 33 करोड़ देवी देवताओं
की मूर्तियां है।
रघुनाथ मंदिर कैसे पहुंचे।
रेलवे स्टेशन से
सीधा मंदिर पौड़ी तक कि लोकल बस पर बैठे, या ऑटो ले। मन्दिर पोड़ी ओर उतर कर, सामने दिखने वाली
सीढ़ियाँ चढ़े। कुछ देर पैदल चलते ही, आपके दाहिनी ओर आपको ये विशाल एवं खूबसूरत मन्दिर
नज़र आएगा।
3) डंसल (Dhansar) बाबा।
ये मंदिर एवं झरना
है। ऐसा माना जाता है की इस झरने के नीचे की झील में शेष नाग का वास है। तो यदि आप
कटरा जा रहे हैं, तो
डंसल बाबा की दर्शन करना न भूलें।
इसके नीचे ही बहुत
सुंदर नदी भी बहती है।
Dhansar(Dansal) Baba |
बाबा डंसल कैसे पहुंचे।
कटरा शहर से यहाँ
तक पहुंचने के लिए आराम से टैक्सी मिल जाती है। कटरा से बाबा डंसल का सफर एक घंटे
से भी कम का है।
4) सियाद बाबा or SIAR Baba।
ये भी एक झरना है
जिसकी धार्मिक मान्यता है। यहाँ के पानी में स्नान करके आप अपने पापों का
प्रायश्चित कर सकते हैं।
Siyad Baba Mandir Waterfall |
Siyad Baba Jammu |
कैसे पहुंचे।
ये रायसी ज़िले में
पड़ता है। यहाँ पहुँचने के लिए भी आपको कटरा से किराए पर कार मिल जाएगी।
5) काली माता का मंदिर।
ये मन्दिर
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर स्थित है।
राहगीर अकसर यहाँ
रुककर माता का आशीर्वाद ग्रहण करते हैं।
ऐसी मान्यता है कि
माँ, सभी यात्रियों की
रक्षा करती है।
6) अखनूर का गुरुद्वारा।
ये पावन गुरुद्वारा
चेनाब नदी के समीप है। इसकी जम्मू के
लोगों में बहुत मान्यता है। चेनाब नदी के किनारे बसे इस गुरु द्वारे पर ऊपरवाले की
असीम दया दृष्टि है। संत बाबा सुंदर सिंह
जी का यह गुरुद्वारा असीम सुख प्रदान करता है
Akhnoor Gurudwara near Chenab river |
कैसे पहुंचे।
जम्मु रेलवे स्टेशन से बस स्टैंड पहुंच कर सीधे अखनूर
जाने वाली बस पकड़े।
यहाँ पहुंच कर आप
प्रकृति और धर्म के खूबसूरत संगम का आनंद उठा सकते हैं।
7) बावे वाली माता।
जम्मू के राजा ने
स्वयं इस मंदिर का निर्माण करवाया था। जम्मू वासियों के लिए इस स्थान का अत्यंत
महत्व है। ऐसा माना जाता है कि यहाँ सच्चे मन से मांगी मनोकामना अवश्य पूरी होती
है।
बावे वाली माँ के
दरबार कैसे पहुँचे।
ये रेलवे स्टेशन के
काफी पास है। आप यहाँ पैदल, लोकल बस या ऑटो के माध्यम से भी पहुंच सकते हैं।
अंत में बस यही
अनुरोध है की, किसी
भी जगह का सफर करने से पहले, उस स्थान के इतिहास को अच्छे से परखें। ऐसा करने से आपका सफर और भी
सुहाना हो जाएगा। जम्मू में और भी अनेक खूबसूरत जगहे हैं,
जिनका वर्णन अगले ब्लॉग में पढ़ियेगा ज़रूर।
sources : Google, Vaishno Devi shrine board site, travel site of Jammu & kashmir
sources : Google, Vaishno Devi shrine board site, travel site of Jammu & kashmir